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एक मुलाक़ात....❣️( भाग - 13 )

कॉलेज में फेस्ट की तैयारी जोरो शोरो से चल रही हैं (वो क्या है न जब बात स्कूल - कॉलेज की रेपुटेशन की आती हैं तो बच्चे क्या टीचर भी अपनी जी जान लगा देते हैं  ऑपोजिट् वालो से जीतने के लिए,,,,खैर आगे बड़ते हैं)


आज कॉलेज में चारों ओर फेस्ट की रोनक दिख रही थी चारों तरफ बच्चे अपने अपने पफोर्मिंस की तैयारी कर रहे थें....अनीशा और उसके ग्रूप के लोग फेस्ट के लिए पूरी मेहनत से तैयारी कर रहे थें ....... उन्होंने  यूनिवर्सिटी के इवेंट हॉल का नक्शा हीं बदल दिया था जिसे देख डीन सर भी अनीशा से इंप्रेस हो गए थे ।। 

फ्लैश कार्ड मीशा को देते हुऐ अनु ने कहाँ  " देख मीशू होस्टींग के लिए मैंने तेरा नाम नीलम मैम्म को दे दिया हैं  बस एक मेल होस्ट् चाहिए तेरे लिए बाक़ी पफोर्मिंस की लिस्ट और स्पीच तू रेडी कर लीओ ठीक " !!

मिशा = "हां ठीक है पर लड़के का कुछ बता न यार कल का दिन ही है "!!

अनु अपने नाखून को चबाते हुए बोलीं "हम्म्म यार ये बात तो है टाइम कम है और किसी अच्छे और गुड लुकिंग बंदे को ढूंढना पड़ेगा कॉलेज की इज्जत का सवाल हैं किसी ललू को नहीं दे सकती इतनी बड़ी जिम्मेदारी " 

अनू और मिशा मेल होस्ट् की तलाश में इधर से उधर चक्कर लगा रही थी की तभी अनू की नजर सामने से आते विवान पर पडी जो मुस्कुराते हुए उन्ही के पास आ रहा था अनू खूश होके उछलते हुए बोलीं

अनू -"मिल गया मिशू तेरा कॉ होस्ट् मिल गया " 

मिशा - " कौन हैं "

अनू - "विवान ....... गुड लुकिंग है इतना क्यूट और स्वीट भी हैं .......तेरे साथ वो अच्छा लगेगा ......तो तय रहा तू और विवान होस्टींग करोगे "।।

तब तक विवान भी उनके पास आ जाता है एक प्यारी सी स्माइल के साथ दोनो को "हेलो" बोलता है ........तो दोनो भी मुस्कुराते हुएँ उसे "हेलो" बुलती है .........विवान उनसे पुछता है "तो क्या बाते हो रही थी देखा मैंने थोड़ी देर पहले आप दोनो परेशान थी अब बड़ी खुश दिख रही हैं " 

अनू उसे सब बताती हैं फिर बोलती हैं ..... "विवान जी क्या आप हमारी एक छोटी सी मदद करेंगे ??

विवान - " अरे यार तुम दोस्त हो हमारी और मिशा को देख के मन में (और शायद साली भी ...😍हाए मेंरे ये ख्याल) 
         तो बिना किसी झिझक के बस ऑडर करो क्या काम हैं "!!

अनू - "वो एक्चली हमें एक अच्छा और जो होस्टींग कर पाए ऐसा बंदा चाहिए ....तो क्या आप मिशा के साथ होस्टीग कर लेंगे " ????

विवान तो ये सून खूश हो गया की चलो इसी बहाने उसके साथ टाइम मिलेगा और फेस्ट के एंड तक उसे बता भी दूंगा की पसंद करता हूँ ........ये सब सोच वो खूश हो गया ..... "अरे बस इतनी सी बात इनके साथ तो जंग भी लड़ लेंगे ये तो बस होस्टीग हैं " प्यार से मिशा को देखते हुए कहाँ जिससे मिशा शर्मा गई ।।


यूनिवर्सिटी हॉल का म्युजिक रूम,,,,,


आरव हॉल में अपने सोंग की प्रैक्टिस कर रहा था (आरव को गाना गाने का बहुत शोक हैं इसलिए वो अपने र्फी टाइम मे गाना ही गाना पसंद करता था या जब खुश या दूखी होता तो गाना गाता) आरव हाथ में गिटार लिए आंखों को मुंदे बेठा आंखों के सामने सिर्फ़ अनू का ही चेहरा आ रहा था एक प्यारी सी डिम्पल वाली क्यूट सी स्माइल के साथ उसने गाना शुरू किया ।।

तेरे नालों चल्लिये हसीं कोई ना
तारे चन्न अम्बर ज़मीन कोई ना
मैं जड़ो तेरे मोड्डे उत्ते सर रखेया
एह तों सच्ची समान वी हसीं कोई ना

सोहनीया वी लग्गन गिया फेर वालिया
कल्ला नाल जदों टक्करियाँ वालिया
तारे देखि लभ लभ किवें हरदे
तू बाहला चिलकोइयाँ जदों राता कालियां


आरव की आवाज़  सच्च मुच्च बहुत अच्छी थी ये आवाज़ सुन सारे बच्चे अपनी प्रैक्टिस छोड़ म्युजिक रूम के गेट पर खड़े होकर गाना सुनने लगे कुछ वीडियो बनाने लगें  .......अनू और मिशा भी आ गई .........अनू तो गाने के साथ  साथ आरव में ही खो गईं आरव के बाल उसके माथे पर बिखरे थे बंद आँखे और पूरी तरह गाने मे मगन आरव बहुत प्यारा और अट्रेक्टीव लग रहा था और अनू बस उसी में खोंई जा रही थी ।।


मैं सब कुझ हार तेरे उत्तों देउंगा
सब कुझ वार तेरे उत्तों देउंगा
आखिर च जान तैनू देऊ अपनी
छल्ला तैनू भावें पहली वार देउंगा

मैं छेति छेति लावां तेरे नाल लेनी आं
समय दा तां भोरा वी यकीन कोई ना
तेरे नालों चल्लिये हसीं कोई ना
तारे चन्न अम्बर ज़मीन कोई ना

तेरे नालों चल्लिये हसीं कोई ना
तारे चन्न अम्बर ज़मीन कोई ना
मैं जदों तेरे मोड्डे उत्ते सर रखेया
एह तों सची समान वी हसीं कोई ना


आरव उठ के उसके पास आया उस होले से अनू का हाथ पकड़ा और घुमा के अपने सीने से लगा लिया और होल्ले होल्ले डांस करने लगा! आरव की छुअन से अनू जम सी गई आंखों को बंद किए वो ये महसूस कर ही रही थी की उसे लगा कोई उसे हिला रहा हैं एक झटके से उसने आंखे खोली तो देखा वो तो वैसे ही खड़ी है आरव भी आराम से आंखें बंद किए गा रहा हैं (वो ख्वाब देख रही थी) उसे अपनी इस  हरकत पर हसी आ गई ....अपने सर पर एक हल्की सी चपत लगाते हुए वो मिशा को वहां से ले कर बाहर चली गई ।।

थोड़ी देर बाद आरव नील विवान प्रैक्टिस हॉल में आ गए जहाँ अनीशा मिशा दोनों पहले से मौजूद थी उन्हें अपने प्ले की तैयारी भी करनी थी वो लोग लेलामजनूँ या हीर-रांझा  का प्ले नहीं  कर रहे थे ये तो हर कोई करता हैं ..........तो ये लोग अपनी खूद की काल्पनिक प्रेम कहानी बना रहे थे जिसका नाम इन्होंने रखा "सच्चे प्रेम की अनोखी दास्ता" जिसमें नायिका अपने प्यार को बचाने के लिए मौत से भी लड जाती हैं और अंत मे क्या उसे उसका प्यार मिल पाता हैं .......खैर ये लोग अपनी रिहर्सल शूरू करते हैं जिसमें शाम हो जाती हैं ।।

आज का पूरा दिन इसी तैयारीयो में लग गया सब थके हुए अपने अपने घर चले गए .....अगले दिन भी कॉलेज का ऐसे ही था पूरा दिन सिर्फ़ तैयारियों में निकलता कल फेस्ट का दिन हैं आज सब बहुत मेहनत कर रहे हैं क्योकि इस बार भी नंबर वन कॉलेज की ट्रोफी भी इन्हीं के पास आए सब जी जान लगा रहे थें और आज का दिन भी इसी में निकल गया !!!!


अगला दिन (फेस्ट दे )
समय- 4 : 00 pm


यूनिवर्सिटी हॉल पूरा लोगो से भरा था ...... दूसरे कॉलेज के बच्चे भी आ चुके थे ......सब लोग सजावट की खूब तारीफ भी कर रहे थे ........ अनु और उसके ग्रुप ने सच्चमुच बहुत मेहनत की थी जो कि दिख रही थी,,,,,,, खैर सब आ चुके थे।।

मिशा कॉलेज गेट पर खड़ी बाकी लोगो का इंतजार कर रही थी की तभी सामने से अनू उसे आती हुई दिखती है मिशा के साथ साथ सारे लडको की नजर सिर्फ उसी पर रुक जाती है क्योकि वो लग हि इतनी गज़ब कि रही थी (ब्लैक ग्रेय मिक्स सिम्पल साड़ी विथ गोल्डन ब्लेक क्ट शोल्डर ब्लाऊज हल्का मेकअप और होटों के नीचे का वो तिल और उसके साथ एक प्यारी सी मुस्कान )  

मिशा मम्मी की तरह आंखो से काजल लेके अनू को लगाते हुए बोली  "अबे ओए नजर लग जाएगी इतनी कयामत बन कर आएगी तो और लडको का तो कुछ सोच विचारे घायल न हो जाए तुझे देखकर 😍😍हाए मेरी जान सच्च में मै लड़की  ना होके लड़का होती तो अभी मंदिर में ले जा कर शादी कर लेती रब्ब दि सो 😀😀

अनू उसकी बात सून हंसी और उसके सर पर हल्का सा मार के के उसके साथ स्ट्रेज के बैक एरिया में आ गई आरेजमेंट देखने फेस्ट शुरू होने वाला था पर विवान और आरव अभी तक आए नही थे ......

अनू गुस्से से में इधर उधर घूम कर बड़बडा रही थी " मतलब हद है जब पता है प्रोग्राम टाइम से शुरू करना है तो जल्दी आना चाहिए था न और हम लडकिया आ गई  पर ये दोनो महाशय अभी तक नहीं आए पता नहीं कहां है " !!

तभी नील बोला "लो आ गए दोनो हिरो हमारे ......उसको सून अनू में गेट की तरफ देखा तो गुस्सा छु हो गया और नजर आरव पर टिक गई थी वहां खड़ी लड़कियां जो अपना मेकअप ठीक कर रही थी ...... उनके हाथ वही रुक गए नजर हमारे दोनों कड़क लोडो पर थी पर हमारे लडको कि नजर अपनी अपनी वाली पर आरव ने (एक फॉर्मल वाइट शर्ट ब्लेजर विथ ब्लेक पेंट पहनी थी चेहरे पर एक अलग सी क्यूटनेस )....... 

वो दोनो बाकियो के पास आए आरव ने अनीशा को देखा तो बस देखता ही रह गया नील ने उसे हिलाया और उसे लेकर हाल में आ गया मिशा विवान प्रोग्राम को शुरू करने स्ट्रेज पर चले गए और अनीशा ग्रीन रूम में बारी बारी सारी प्राफ्रोमिंस हो गई ..... एक दो डांस बचे थे उसके बाद अनीशा बगैरा का प्ले था .......तो मिशा और विवान ग्रीन रूम में आ गए और तब तक नीलम मैम और अविनाश सर ने  होस्टिंग सम्हाली ...... वो लोग तैयार हुए अनू ने पहले के समय में जैसे रानी कपड़े और गेहंने पहनती थी वैसा लुक लिया था मिशा ने एक बंजारिन लुक लिया था  आरव ने भी राजाओं जैसा वस्त्र पहले थे नील और विवान ने भी राजकुमारी का वैष धारण किया था ........सब तैयार हो गए नाम अलाऊंस हुआ सब स्ट्रेज पर आ गए पर्दा उठा प्ले शुरू हुआ ......सब बड़े ध्यान से उस प्ले को देख रहे थे !!

आरव (राजा कुंवर सिंह )= आप चली जाईए रानी साहिबा आपको हमारे साथ केवल पीङा ही प्राप्त होगी दुख ही प्राप्त होगा इसके पश्चात आपको कुछ प्राप्त नहीं होगा !!

अनीशा (रानी रूपवती) = हम आपको अकेला छोडकर नही जाएंगे कुंवर सा अंध्रागनी है हम आपकी आपको  पीडा में छोड़ हम सुखी जीवन कैसे जीएंगे बोलिए !!

सभी की नजर सामने आरव और अनीशा पर थी उनकी एक्टिंग और डाइलॉग इतने अच्छे थे की हॉल में चारों तरफ सनांटा पसर गया ॥

अनिशा ने आरव की आंखो में देखते हुए बड़ी सहजता से और प्यार से कहां "आप प्रेम है हमारा आपके के सिवा दुनियां देखी ही नहीं हमनें ,,,,,, हमनें  जबसे आपको चाहा आपसे प्रेम किया हम खुद को भूल गए,,,,,आप अब जिन्दगी है हमारी और आपको खोना मौत है हमारी,,,,,,,उस इश्वर से भी छीन लाएंगे हम आपको  क्योंकि ये अंमोल मोती सिर्फ हमारे है सिर्फ हमारे " 

आरव अनीशा की बातों में  ही खो गया जैसे वो नाटक में नही सच्च में बोल रही हो उसकी आंखों से भी ऐसा लग रहा था,,,,,,,,दोनों का एक्ट खतम हो चूका था,,,,,, दोनो ऐसे ही  हाथों में हाथ लिए एक दूसरे के आंखों में खोएं खड़े थे,,,,,,,,तभी तालियों की गड़गड़ाहट से दोनों वर्तमान में लौटे,,,,,,,उन्होनें  झुक कर सबकों शुक्रिया कहां और पर्दा गिर गया ।।
उसके बाद रिजल्ट अलाऊंस हुआ और अनीशा आरव  को बेस्ट प्रफ्रोमर का अवोड मिला कॉलेज इस बार भी नंबर वन रहा,,,,,,,,,उसके बाद  सब लोग पार्टी इंजोए करने लगे ।।

जूस काउंटर पर एक लडका हुडी में था चेहरा दिख नही रहा था उसने वेटर को कुछ 500 500 के नोट दिए और एक जूस में कुछ डाल के बोला "ये जूस उस ब्लेक साड़ी वाली लड़कि को देना और सून उसी को देना जब उसे बिहोशी आने लगे तो उसे वो ब्लेक कार है वहां तक ले आइयों बाकी पैसे वहां मिल जाएगा समझा जा अब " ये बोल वो लडका एक जेहरीली मुस्कान लिए बोला "अनीशा बेबी आ गया में तुम्हे हासिल करने और तुम्हे अपना बनाने सो आई एम वेटिंग फॉर यू"..... ये बोल वो  तेजी के साथ बाहर चला गया ॥ 

वेटर ने जूस अनू को दिया उसने मुस्कुराते हुए जूस लिया और पीने लगी पहले उसे टेस्ट थोडा अजीब लगा पर बाद में उसे अच्छा लगने लगा पूरा पीकर उसका सर भारी होने लगा,,,,,तो उठ कर बाहर गार्डन में चली गई,,,,,,,,बाकी सब इस सबसे अंजान पार्टी इंजोए कर रहे थे काफी देर तक आरव को अनीशा नही दिखी तो उसने मिशा से पुछा उसने बोला "पता नही" तो आरव उसे खोजने लगा काफी देर तक वो नहीं मिली तब बाकी सब भी परेशान हो गए और उसे खोजने लगे ।।

_______________________TO BE CONTINUED______________________

✍✍सुधा यादव








   

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4 Comments

सिया पंडित

21-Feb-2022 05:21 PM

कहानी मजेदार है

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Sandhya Prakash

01-Feb-2022 02:58 PM

Are itne heavy dialogue....🤭🤭 Arav Anisha lag raha ye apane get up se nikal reality me ghus gye. Uff majedar kahani 👌👌👌👌

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Arjun kumar

22-Jan-2022 03:45 PM

Is good

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